इंसान अपने बच्चों को जन्म इसलिए देता है कि जब उनकी उम्र हो जाए तो कम से कम बुढ़ापे की लाठी के तौर पर बच्चे उनका साथ दें. मां अपने बच्चों से काफी उम्मीदें लगाकर रखती हैं. केन्या की रहने वाली एक महिला के साथ एक ऐसा ही हुआ है. उसने अपनी कोख से 11 बच्चे पैदा कर डाले लेकिन उनमें से एक भी उसके बुढ़ापे का सहारा नहीं बन पाए. केन्या के किसुमु गांव की रहने वाली इस मां के साथ बहुत बुरी बदनसीबी हुई है. उसने अपनी कोख से 12 बच्चों को जन्म दिया, पर उनके बच्चों में से 11 अंधे हैं. इनमें से एक अपनी आंखों से थोड़ा देख पाता है लेकिन वह अपनी देखावा नहीं कर सकता.
बुढ़ापे में रखती हैं 11 अंधे बच्चों का ख्याल
इस महिला का नाम अग्नेस है और उसकी शादी 21 साल पहले हुई थी. जब उसे प्रेग्नेंट हुई थी, तभी उसे यह नहीं पता था कि आगे क्या होगा. उसके पहले बच्चा जन्मजात अंधा निकला. आगे बच्चों की चाहत में अग्नेस ने 10 और बच्चे पैदा किए. बदकिस्मती ऐसी थी कि उनकी कोख से उन्हें सभी अंधे बच्चे ही हुए. इसके बाद गांववाले उन्हें शापित कहने लगे लेकिन अग्नेस ही जानती हैं कि कैसा दुख वह भोग रही हैं.
बदनसीबी का दूसरा नाम बनी महिला
अग्नेस की ज़िंदगी की शुरुआत में सब ठीक था. उसकी शादी के बाद पति-पत्नी मिलकर बच्चों का ध्यान रखते थे. लेकिन अग्नेस के पति की मृत्यु होने के बाद उसकी दुर्दशा बढ़ गई और 11 अंधे बच्चों की ज़िम्मेदारी उस पर आ गई. वह अपने बच्चों का पेट भी नहीं भर पाती हैं. आज उसका बड़ा बेटा 40 साल से ज्यादा हो चुका है और सभी भीख मांगकर अपना गुजारा कर रहे हैं. गांववाले मानते हैं कि उन पर किसी ने काला जादू किया है जिससे उनकी कोख से जन्मे हुए सभी बच्चे अंधे हो चुके हैं.
पहली बार प्रकाशित किया गया : 30 जुलाई, 2023, 12:36 बजे