हाइलाइट्स
एयर कंशीनर में मानसून मोड मिलता है।
एयर कंडीशनर चलाने से खर्च कम होता है।
बारिश में एयर कंडीशनर को 24 डिग्री सेल्सियस पर रखें।
नई दिल्ली: मई-जून की गर्मी तो निकल गई, बारिश से लोगों को जलाने वाली गर्मी से थोड़ी राहत भी मिली है, लेकिन अभी भी उमस वाली गर्मी ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है। चाहे भीषण गर्मी हो या उमस वाली गर्मी, इन दोनों मौसमों में एयर कंडीशनर के बिना अच्छी नींद नहीं आती। वहीं गर्मी में एयर कंडीशनर की वजह से बिल भी ज़्यादा आता है, जिसको चुकाते-चुकाते लोगों को पसीना आना स्वाभाविक है।
ऐसे उमसवाले मौसम में एयर कंडीशनर के उपयोग के कुछ टिप्स हम यहां बताने जा रहे हैं, जो आपको सुखद नींद देंगे और साथ-साथ आपके बिजली के खर्च को भी सीमित करेंगे। इसके बाद आप उमस वाली गर्मी से बचने के लिए 24 घंटे लगातार एयर कंडीशनर का उपयोग कर सकेंगे।
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एयर कंडीशनर का टेम्परेचर सेट करें
मई-जून के महीनों में तापमान 40 डिग्री से ज्यादा होता है, जिसके कारण उन समय झुलसाने वाली गर्मी पड़ती है, जबकि बारिश के बाद तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच जाता है, जिसके कारण उमस वाली गर्मी पड़ती है। ऐसे में आपको उमस वाली गर्मी में अपने एयर कंडीशनर का टेम्परेचर 24-25 पर रखना चाहिए, जिससे बिजली की बचत होती है और अतिरिक्त कूलिंग भी नहीं होती है।
एसी के फिल्टर को साफ रखें
उमस वाले मौसम में जहां भी डस्ट बैठ जाती है, वहीं वह चिपक जाती है। ऐसे में उमस वाले मौसम में एयर कंडीशनर के फ़िल्टर को जल्दी से साफ रखना चाहिए। इससे आपका एयर कंडीशनर कम बिजली खर्च में बेहतर कूलिंग प्रदान करेगा।
एयर कंडीशनर में मानसून मोड का उपयोग करें
एयर कंडीशनर में उमसवाली गर्मी से निजात पाने के लिए मानसून मोड दिया जाता है। अगर आप उमस से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको अपने एसी को मानसून मोड पर चलाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी बिजली खर्च कम होगी और आपको ज्यादा बिल की चिंता भी नहीं रहेगी।
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यह लेख “कूलिंग के साथ कम बिजली खर्च में पाएं एयर कंडीशनर की सुखद नींद” है।