नई दिल्ली. पिता की यह चाह होती है कि उनका बेटा बड़ा और प्रतिष्ठित बने, लेकिन कुछ बार में बेटों को किसी कारण से सफलता नहीं मिलती है। फिल्म इंडस्ट्री में भी कई ऐसे एक्टर्स हुए हैं, जिन्होंने बेटों को फिल्मों में हीरो बनाने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए। स्टार पिता के बेटे की बात करेंगे, जो फिल्मों में काम किया और टीवी में भी काम किया, लेकिन सफलता की बजाय उन्होंने कॉन्ट्रोवर्सी से चर्चा में रहा।
रामानंद सागर की ‘रामायण’ सीरियल में जिन्होंने हनुमान का किरदार निभाया था और कई फिल्मों में अच्छे अभिनय के लिए प्रशंसा पाई थी, वे अपने बेटे विन्दू दारा सिंग को भी सफल देखना चाहते थे, लेकिन विन्दू की पहली फिल्म फ्लॉप हो गई।
पहली फिल्म से ही फ्लॉप हुए एक्टरविन्दू ने साल 1994 में करिश्मा कपूर के साथ अपनी पहली फिल्म की शूटिंग शुरू की, लेकिन फिल्म फ्लॉप हो गई। वहीं पंजाबी फिल्म ‘रब राखा’ में काम करने के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिली। जितने भी फिल्मों में वो काम किए, उन्हें सिर्फ कनवर्टिबल सिंह को नाम कमाने का चांस मिला।
बिग बॉस जीतकर भी नहीं चमके भाग्यविन्दू ने फिल्मों के अलावा टीवी में भी काम किया। उन्होंने ‘जय वीर हनुमान’ सीरियल में हनुमान का किरदार निभाया, लेकिन यह किरदार दारा सिंग के लिए रह गया। साल 2009 में विन्दू को ‘बिग बॉस सीजन 3’ में देखा गया, जहां उन्हें विजेता भी घोषित किया गया। लेकिन बाद में उनकी करियर में कोई चमक नहीं आई।
6 साल में टूटी पहली शादीविन्दू दारा सिंग की पहली पत्नी फराह नाज हाशमी थीं, जो तबु की बड़ी बहन हैं। दोनों ने साल 1996 में शादी की थी, लेकिन 6 साल बाद तलाक हो गई। दोनों के पास एक बेटा है। उसके बाद विन्दू ने मॉडल डीने उमारोवा से दूसरी शादी की और उनकी एक बेटी भी है।
विवादों के चर्चे में रहा कॉन्ट्रोवर्सी किंगविन्दू फिल्मों के बदले अपने विवादों से चर्चा में रहे हैं। उनके संबंध में चर्चा में आया, कि उन्होंने एक अंतर्राष्ट्रीय सेक्स रैकेट का हिस्सा था और कई कजाकिस्तानी लड़कियों के साथ देखा गया था। 2013 में उनका नाम आपक्षीय प्रीमियर लीग स्पॉट-फिक्सिंग मामले में आया था। यह घटना के बाद विन्दू को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसके बाद उन्हें जमानत मिल गई थी।
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पहले प्रकाशित: 5 अगस्त, 2023, 14:05 बजे
आखिरकार, कुछ बाप-बेटे को साफलता की चमक नहीं मिलती है। इस बात से सिखना चाहिए कि किसी को फिल्मों में पहचान मिलने के लिए हार्डवर्क की जरूरत होती है, जबकि कुछ लोगों को अपने विवादों के चलते चर्चा में रहना पड़ता है।